Top 5 Krishna Bhajan Lyrics: श्री कृष्ण जी 5 सबसे पापुलर भजन

श्री कृष्ण जी का भजन सभी का मन मोहने वाला होता है। श्री कृष्ण जी का भजन सुनने में, पढ़ने में बड़ी ही मनमोहक होता है। श्री कृष्ण जी की बहुत सारी लोकप्रिय भजन है। आज के पोस्ट में हम श्री कृष्ण जी के 5 पापुलर भजनों का लिरिक्स जानेंगे।

1. मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने भजन लिरिक्स

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धुप है

जब जब भी इसे पुकारूँ मैं

जब जब भी इसे पुकारूँ मैं

तस्वीर को इसकी निहारूं मैं

(जब जब भी इसे पुकारूँ मैं

तस्वीर को इसकी निहारूं मैं)

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

आ…

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

(मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने)

खुश हो जाये अगर सांवरिया किस्मत को चमका देता

खुश हो जाये अगर सांवरिया किस्मत को चमका देता

हाथ पकड़ ले अगर किसी का जीवन स्वर्ग बना देता

ये बातें सोच विचारूं मैं,

ये बातें सोच विचारूं मैं तस्वीर को इसकी निहारूं मैं

(ये बातें सोच विचारूं मैं तस्वीर को इसकी निहारूं मैं)

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

आ…

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

(मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने)

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

आ…

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

तेरा साथ है ठंडी छाया बाकी दुनिया धुप है

जब जब भी जग से हारूं मैं

जब जब भी जग से हारूं मैं तस्वीर को इसकी निहारूं मैं

(जब जब भी जग से हारूं मैं तस्वीर को इसकी निहारूं मैं)

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

आ…

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

(मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने)

गिरने से पहले ही आकर बाबा मुझे संभालेगा

आ…

गिरने से पहले ही आकर बाबा मुझे संभालेगा

पूरा है विश्वास राज को तूफानों से निकलेगा

ये तन मन तुझपे वारूँ मैं

ये तन मन तुझपे वारूँ मैं

तस्वीर की इसकी निहारूं मैं

(ये तन मन तुझपे वारूँ मैं

तस्वीर की इसकी निहारूं मैं)

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

आ…

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

(मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने)

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

श्याम सवेरे देखूं तुझको कितना सुन्दर रूप है

तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धुप है

तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धुप है

जब जब भी इसे पुकारूँ मैं

तस्वीर को इसकी निहारूं मैं

(जब जब भी इसे पुकारूँ मैं

तस्वीर को इसकी निहारूं मैं)

ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने

2. श्री कृष्ण भजन – जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा

नाम है तेरा तारण हारा,

कब तेरा दर्शन होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा ।

तुमने तारे लाखों प्राणी,

ये संतो की वाणी है,

तेरी छवि पर वो मेरे भगवन,

ये दुनिया दीवानी है,

भाव से तेरी पूजा रचाऊं,

जीवन में मंगल होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा,

वो कितना सुंदर होगा ।

सुरवर मुनिवर जिनके चरणे,

निशदिन शीश झुकाते है,

जो गाते है प्रभु की महिमा,

वो सब कुछ पा जाते है,

अपने कष्ट मिटाने को तेरे,

चरणों का वंदन होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा,

वो कितना सुंदर होगा ।

मन की मुरादें लेकर स्वामी,

तेरे चरण में आए है,

हम है बालक तेरे चरण में,

तेरे ही गुण गाते है,

भव से पार उतरने को तेरे,

गीतो का संगम होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा,

वो कितना सुंदर होगा ।

नाम है तेरा तारण हारा,

कब तेरा दर्शन होगा,

जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर,

वो कितना सुंदर होगा,

वो कितना सुंदर होगा ।

3. श्री कृष्ण भजन – मोर मुकुट तेरे हाथों में बांसुरीया

मोर मुकुट तेरे हाथों में बांसुरीया,

देवी देवता सब नर और नारी,

जाएं बलिहारी बलिहारी ।

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया,

मन में है बसी तेरी बांकी छवि,

मेरे गिरधारी गिरधारी ।

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया,

ऐसी अलबेली ऐसी प्यारी,

छवि अलबेली श्याम की,

श्याम के रंग में रंग दी है काया,

लगन लगी तेरे नाम की,

राह पकड़ ली हमने कन्हैया ,

अब तो तेरे धाम की,

अबे नहीं छूटे तेरे दर की डगरिया,

अबे नहीं छूटे तेरे दर की डगरिया,

मन में है बसी तेरी बांकी छवि,

मेरे गिरधारी गिरधारी ।

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

सूरदास के छोटे ललना,

मीरा के भरतार हो,

राधा के हो प्रेमी प्रीतम,

संतो के तारणहार हो,

अर्जुन के तुम बने सारथी,

अर्जुन की तुम बने सारथी,

भक्तों के दातार हो,

जैसे भाव वैसे देखे रे सांवरिया,

देवी देवता सब नर और नारी,

जाएं बलिहारी बलिहारी,

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

गोपी गवाल संग धेनु चरावे,

माखन चोर गोपाल रे,

कुंज गली में रास रचाये,

नटखट श्री नंदलाल रे,

चीर चुराये रे मटकी गिराये,

बैठे कदम की डाल रे,

लीला तेरी देख के,

मन रे बांवरिया ,

मन में है बसी तेरी बांकी छवि,

मेरे गिरधारी गिरधारी ।

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया….

नाता हमारा जन्मो पुराना,

तू रहना मेरे साथ मे,

चाहे दुनिया हाथ छोड़ दे,

तू न छोड़ना मेरा हाथ रे ,

पार भवर से नाव लगा दे,

जगदीश्वर भगवान रे,

चरणों मे तेरे मेरी,

बीती रे उमरिया,

देवी देवता सब नर और नारी,

जाएं बलिहारी बलिहारी,

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया….

4. श्री कृष्ण भजन – जरी की पगड़ी बांधे सुंदर आँखों वाला

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

कानों में कुण्डल साजे,

सिर मोर मुकुट विराजे,

सखियाँ पगली होती,

जब जब होठों पे बंसी बाजे,

हैं चंदा यह सांवरा,

तारे हैं ग्वाल बाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

लट घुंघराले बाल,

तेरे कारे कारे गाल,

सुन्दर श्याम सलोना,

तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल,

हवा में सर सर करता,

तेरा पीताम्बर मतवाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

मुख पे माखन मलता,

तू बल घुटने के चलता,

देख यशोदा भाग्य को,

देवों का मन भी जलता,

माथे पे तिलक है सोहे,

आँखों में काजल डारा,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

तू जब बंसी बजाए,

तब मोर भी नाच दिखाए,

यमुना में लहरें उठती,

और कोयल कू कू गाए,

हाथ में कँगन पहने,

और गल वैजंती माला

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

जरी की पगड़ी बांधे,

सुंदर आँखों वाला,

कितना सुंदर लागे बिहारी,

कितना लागे प्यारा,

जरी की पगड़ी बाँधे ॥

5. श्री कृष्ण भजन – अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं लिरिक्स

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता हे भगवान आते नहीं,

तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान खाते नहीं,

बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान सोते नहीं,

माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,

गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

नाम जपते चलो काम करते चलो,

हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

याद आएगी उनको कभी ना कभी,

कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

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