Best Cg Holi Song: छग के सबसे लोकप्रिय होली गीतों का लिरिक्स

Cg Holi Song. होली का त्यौहार रंगों और मस्ती का त्यौहार है। होली का त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। होली के त्योहार में जितना महत्व रंगों का होता है, उतना ही महत्व फाग गीतों का भी होता है। आज के लेख में हम छत्तीसगढ़ हमें गाए जाने वाले पारंपरिक होली गीतों का लिरिक्स जानेंगे।

1. Cg Holi Song – मुख मुरली बजाये छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

१. ‘छोटे छोटे रूखवा कदम के

भुइयां लहसे जाय भुइयां लहसे जाय

ऊपर माँ बैठे कन्हैया कन्हैया कन्हैया

मन हर लियो जाय मन हर लियो जाय

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

‘छोटे छोटे रूखवा कदम के

भुइयां लहसे जाय भुइयां लहसे जाय

ऊपर माँ बैठे कन्हैया कन्हैया कन्हैया

मन हर लियो जाय मन हर लियो जाय

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

२ ‘सांकुर खोर गोकुल के

राधा पनिया जाय राधा पनिया जाय

बीच म मिलगे कन्हैया कन्हैया कन्हैया

अंग लियो लिपटाय अंग लियो लिपटाय

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

‘सांकुर खोर गोकुल के

राधा पनिया जाय राधा पनिया जाय

बीच म मिलगे कन्हैया कन्हैया कन्हैया

अंग लियो लिपटाय अंग लियो लिपटाय

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

मुख मुरली बजाये मुख मुरली बजाये

छोटे से श्याम कन्हैया

अरे छोटे से श्याम कन्हैया हो

छोटे से श्याम कन्हैया

2. Cg Holi Song – फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

छोटे बड़े लईका मन देवय किलकारी रे

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

हां संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

ले चल रे सैंया बनारस के खोर में

कुछ भेद नइये रे तोर अउ मोर में

ले चल रे सैंया बनारस के खोर में

कुछ भेद नइये रे तोर अउ मोर में

मन के बात ल में काहन नइ सकों

तोर बिना साहू मैं राहन नइ सकों

मन के पीरा~~~आ~~~

मन के पीरा मोला हाबय बड़ा भारी रे

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

हे~~

आज हंसा के मोला झन जाबे छोड़ के

चले आहूं तोर घर य लुगरा-ला ओढ़ के

आज हंसा के मोला झन जाबे छोड़ के

चले आहूं तोर घर य लुगरा-ला ओढ़ के

रंग के मारे बैरी राधा बोथागे

लुगरा अउ पोलखर नि-रंग हा बोहागे

तैं बने राधा~~~आ~~~

तैं बने राधा मे-हर बने बनवारी रे

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

फागुन तिहार आगे रंगो संगवारी

संगी जहुंरिया मन मारय पिचकारी

3. Cg Holi Song – मन डोलय रे मांघ फगुनवा

कोन लंग गोरी लुकाये रे सुन्ना हे पारा

गोरी के ददा ससुर लागे भईया मोर सारा

गोरी के आंखी गोटारन के बांटी

गोरी के आंखी गोटारन के बांटी

गोरी के कनिहा सनड़ेवा के काड़ी

गोरी के कनिहा सनड़ेवा के काड़ी

गोरी ल देखे बिना जीव ले

गोरी ल देखे बिना जीव ले टूटत हे आसा

कोन लंगोरी लुकाये रे सुन्ना हे पारा

गोरी के ददा ससुर लागे भईया मोर सारा

बईहा सहीं आंय बांय बकत हो काबर

ये तो होली के तिहर गा

ये तो फागुन ए मया के तिहार ए

रंग गुलाल उड़ाओ गा

रंग गुलाल उड़ाओ अर पगला

रंग गुलाल उड़ाओ गा

अरे हां रे यारो आगे फागुन रंग भरके

अरे आगे फागुन रंग भरके

यारो आगे फागुन रंग भरके

अब जवानी के उड़त थे गुलाल होरे

अब जवानी के उड़त थे गुलाल

यारो आगे फागुन रंग भरके

होली हे~

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

रानी सही परसा फुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

पीपर उलहोवय अऊ डूमर गुलोवय

गरती तेन्दू चार मौउहा लुभोवय

पीपर उलहोवय अऊ डूमर गुलोवय

गरती तेन्दू चार मौउहा लुभोवय

मेला मड़ाई गंजागे झमाझम

मेला मड़ाई गंजागे झमाझम

चलय रे टुरी अउ घुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

पुरवईया आवय गरोड़ा उड़ोवे

छांव आंवय जांवय लजावय मुंह खोलय

पुरवईया आवय गरोड़ा उड़ोवे

छांव आंवय जांवय लजावय मुंह खोलय

गांव गूंजे गमके अमरईया

गांव गूंजे गमके अमरईया

कुके रे कारी कोयलिया

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

बिहाव पठोनी के लगिन धरागे

संगी जहुंरिया मया मा बंधागे

बिहाव पठोनी के लगिन धरागे

संगी जहुंरिया मया मा बंधागे

गावत बखानत चलेगा सियानिन

गावत बखानत चलेगा सियानिन

गांजा गूंजी संग बरतिहा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

फागुन के रंग झरय पिचकारी

लाली गुलाली होगे संगवारी

फागुन के रंग झरय पिचकारी

लाली गुलाली होगे संगवारी

चौंरा चौंरा मा धरके नंगाड़ा

चौंरा चौंरा मा धरके नंगाड़ा

खारेखार म ददरिया

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

रानी सही परसा फुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

होली है~

दोस्तों आज के लेख में हमने छत्तीसगढ़ में गाए जाने वाले कुछ पारंपरिक होली गीतों का लिरिक्स जाना। आज के लेख के संबंध में आप अपनी राय या सुझाव आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हमारे सभी आर्टिकल का लिस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें

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