Best CG Holi Song: मन डोलय रे मांघ फगुनवा Man Dolay Re Mangh Fagunva

मन डोलय रे मांघ फगुनवा cg होली गीत लिरिक्स। भारतवर्ष उत्सवों और त्यौहारों का देश है। यहां सभी त्यौहारों को बड़े धूमधाम के साथ लोग आपसी प्रेम और भाईचारा के साथ मनाते हैं।

होली का त्योहार हमारे देश का बहुत ही खास त्यौहार है। यह त्यौहार एक दूसरों के प्रति नफरत और दूरी को दूर कर आपसी प्रेम को बढ़ावा देता है। आज के लेख में हम छत्तीसगढ़ में होली के अवसर में गाए जाने वाले पारंपरिक लोक फाग गीत मन डोलय रे मांघ फगुनवा इस होली गीत का लिरिक्स व वीडियो जानेंगे। इस होली गीत का रचनाकार श्री लक्ष्मण मस्तूरिया जी हैं।

1. मन डोलय रे मांघ फगुनवा लिरिक्स हिंदी में

( मन डोलय रे मांघ फगुनवा – विडियो )

कोन लंग गोरी लुकाये रे सुन्ना मोर पारा

गोरी के ददा ससुर लागे भईया मोर सारा

गोरी के आंखी गोटारन के बांटी

गोरी के आंखी गोटारन के बांटी

गोरी के कनिहा सनड़ेवा के काड़ी

गोरी के कनिहा सनड़ेवा के काड़ी

गोरी ल देखे बिना जीव ले

गोरी ल देखे बिना जीव ले टूटत हे आसा

कोन लंगोरी लुकाये रे सुन्ना मोर पारा

गोरी के ददा ससुर लागे भईया मोर सारा

बईहा सहीं आंय बांय बकत हो काबर

बईहा सहीं आंय बांय बकत हो काबर

ये तो होली के तिहर गा

ये तो फागुन ए मया के तिहार ए

ये तो फागुन ए मया के तिहार ए

रंग गुलाल उड़ाओ गा

रंग गुलाल उड़ाओ अर पगला

रंग गुलाल उड़ाओ गा

अरे हां रे यारो आगे फागुन रंग भरके

अरे आगे फागुन रंग भरके

यारो आगे फागुन रंग भरके

अब जवानी के उड़त थे गुलाल होरे

अब जवानी के उड़त थे गुलाल

यारो आगे फागुन रंग भरके

होली हे~

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

रानी सही परसा फुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

पीपर उलहोवय अऊ डूमर गुलोवय

गरती तेन्दू चार मौउहा लुभोवय

पीपर उलहोवय अऊ डूमर गुलोवय

गरती तेन्दू चार मौउहा लुभोवय

मेला मड़ाई गंजागे झमाझम

मेला मड़ाई गंजागे झमाझम

चलय रे टुरी अउ घुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

पुरवईया आवय गरोड़ा उड़ोवे

छांव आंवय जांवय लजावय मुंह खोलय

पुरवईया आवय गरोड़ा उड़ोवे

छांव आंवय जांवय लजावय मुंह खोलय

गांव गूंजे गमके अमरईया

गांव गूंजे गमके अमरईया

कुके रे कारी कोयलिया

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

बिहाव पठोनी के लगिन धरागे

संगी जहुंरिया मया मा बंधागे

बिहाव पठोनी के लगिन धरागे

संगी जहुंरिया मया मा बंधागे

गावत बखानत चलेगा सियानिन

गावत बखानत चलेगा सियानिन

गांजा गूंजी संग बरतिहा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

फागुन के रंग झरय पिचकारी

लाली गुलाली होगे संगवारी

फागुन के रंग झरय पिचकारी

लाली गुलाली होगे संगवारी

चौंरा चौंरा मा धरके नंगाड़ा

चौंरा चौंरा मा धरके नंगाड़ा

खारेखार म ददरिया

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

राजा बरोबर लगे मौर आमा

रानी सही परसा फुलवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

रस घोलय रे मांघ फगुनवा

हो मन डोलय रे मांघ फगुनवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

मन डोलय रे मांघ फगुनवा

हो रस घोलय रे मांघ फगुनवा

होली है~

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *